Mizoram’s 9-Year-Old Singing Prodigy Esther Hnamte Honoured with Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar
नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के भव्य दरबार हॉल में तालियों की गूंज के बीच मिज़ोरम की पहाड़ियों से आई एक नन्ही बच्ची ने देश के सबसे प्रतिष्ठित बाल सम्मानों में से एक प्राप्त किया। अपनी उम्र से कहीं अधिक आत्मविश्वास और करोड़ों दिलों को छू लेने वाली आवाज़ के दम पर नौ वर्षीय एस्थर ललदुहावमी ह्नामटे को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान भारत में बच्चों को दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में आयोजित विशेष समारोह में प्रदान किया। एस्थर इस पुरस्कार को पाने वाली मिज़ोरम की पहली बच्ची बन गई हैं।
दक्षिण मिज़ोरम के लुंगलेई शहर की रहने वाली एस्थर एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता पेशे से लोहार हैं। एस्थर ने मात्र तीन वर्ष की उम्र में चर्च और सामुदायिक कार्यक्रमों में गाना शुरू कर दिया था। इतनी कम उम्र में ही उनकी आवाज़ की ताकत और भावनात्मक गहराई लोगों को आकर्षित करने लगी थी।
अक्टूबर 2020 में ए. आर. रहमान के गीत ‘वंदे मातरम’ की उनकी प्रस्तुति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे उन्हें राष्ट्रीय पहचान मिली। इस वीडियो को तत्कालीन मिज़ोरम मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने सराहा और बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साझा किया।
अगस्त 2021 में असम राइफल्स के सहयोग से तैयार ‘जन गण मन’ के म्यूज़िक वीडियो ने एक सप्ताह में 30 लाख से अधिक व्यूज़ बटोरे, जो अब बढ़कर 5.6 करोड़ से अधिक हो चुके हैं।
दिसंबर 2024 में एस्थर ने अष्टलक्ष्मी महोत्सव के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के सामने ‘वंदे मातरम’ गाकर एक और यादगार प्रस्तुति दी। इसी अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री को पूर्वोत्तर का प्रतीक ‘पूर्वी’ नामक शुभंकर भी भेंट किया।
मिज़ोरम के राज्यपाल जनरल विजय कुमार सिंह ने एस्थर को बधाई देते हुए इसे राज्य और देश के लिए गर्व का क्षण बताया। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री लालरिनपुई ने कहा कि एस्थर ने बहुत कम उम्र में ही लाखों प्रशंसक बना लिए थे।
तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी एस्थर को इससे पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें यंग अचीवर्स अवॉर्ड और 2021 में अमूल गर्ल का खिताब शामिल है। उनके जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री ‘ए स्टार इज़ बॉर्न’ को नॉर्थईस्ट फिल्म फेस्टिवल 2023 में सिल्वर अवॉर्ड भी मिला।
एस्थर के माता-पिता ने इस उपलब्धि पर ईश्वर और सभी शुभचिंतकों का आभार जताया। उनकी मां आर. लालावम्पुई ने इसे ऐतिहासिक और अप्रत्याशित बताते हुए कहा कि देश में कई प्रतिभाशाली बच्चे हैं और एस्थर की सफलता सामूहिक सहयोग का परिणाम है।
