December 20, 2025
Khapli Atta vs Sharbati Atta: Which One is Better for Your Health and Taste?

Khapli Atta vs Sharbati Atta: Which One is Better for Your Health and Taste?

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भारत के अधिकांश घरों में आटा सिर्फ एक सामग्री नहीं, बल्कि रोज़ का लिया गया वह फैसला है जो स्वास्थ्य, स्वाद, पेट भरने की क्षमता और पाचन—सब पर असर डालता है। आज जिन दो आटों की सबसे ज़्यादा चर्चा है, वे हैं खापली आटा (एमर व्हीट) और शरबती आटा, जो अपनी-अपनी विशेषताओं के कारण अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हैं।

खापली आटा, जो लगभग 5,000 वर्ष पुराना प्राचीन अनाज माना जाता है, स्वाभाविक रूप से कम ग्लूटेन वाला और फाइबर से भरपूर होता है। इसका पाचन धीमा होता है, जिससे रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) धीरे-धीरे बढ़ती है। यही कारण है कि इसे स्थिर ऊर्जा चाहने वाले या ग्लाइसेमिक लोड नियंत्रित रखने वालों के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसका हल्का सा नटी स्वाद और मिट्टी जैसा घनापन इसे रोटी, भाकरी और पारंपरिक व्यंजनों के लिए लोकप्रिय बनाता है।

दूसरी ओर, शरबती आटा अपनी मुलायमता के लिए प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश के सीहोर और विदिशा क्षेत्रों में उगने वाला यह प्रीमियम गेहूं अधिक पानी सोखता है, जिससे रोटियां हल्की, फूली और बेहद नरम बनती हैं। पोषण की तुलना में यह आटा अपनी टेक्सचर और स्वाद के कारण घरों में अधिक पसंद किया जाता है, क्योंकि इससे बनने वाली रोटियां बेलने में आसान और खाने में मुलायम होती हैं।

पोषण की दृष्टि से दोनों आटे काफी अलग हैं। खापली आटा अधिक फाइबर, मिनरल्स और धीमी पाचन क्षमता प्रदान करता है, जो ब्लोटिंग या शुगर स्पाइक्स से परेशान लोगों के लिए मददगार हो सकता है। वहीं शरबती आटे में ग्लूटेन अधिक होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी तुलनात्मक रूप से अधिक है, फिर भी इसकी रोजमर्रा की उपयोगिता और मुलायम रोटियां इसे लोकप्रिय बनाती हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों में से कोई एक सार्वभौमिक रूप से श्रेष्ठ नहीं है।

  • गट हेल्थ, कम ग्लूटेन और बेहतर ब्लड शुगर की चाहत रखने वालों के लिए खापली आटा बेहतर विकल्प है।
  • वहीं, मुलायम रोटियों, आसानी से बेलने और पारंपरिक स्वाद को महत्व देने वाले घरों में शरबती आटा अधिक उपयुक्त है।

आजकल कई पोषण विशेषज्ञ दोनों आटों को मिलाकर उपयोग करने की सलाह देते हैं, जिससे मुलायमता और फाइबर का संतुलन मिलता है।

खापली की बढ़ती लोकप्रियता ने भारत में प्राचीन अनाजों को फिर से चर्चा में ला दिया है, खासकर उन लोगों के बीच जो कम प्रोसेस्ड और पाषाण-चक्की से पिसे विकल्प तलाश रहे हैं। वहीं, शरबती आटा अपनी गुणवत्ता और मुलायम रोटियों के कारण प्रीमियम श्रेणी में अपनी मजबूत जगह बनाए हुए है।

अंत में, चुनाव वहीं सही है जो आपके शरीर, स्वाद और दिनचर्या के अनुरूप हो। भारतीय रसोई हमेशा यह सिखाती है—खाना सबके लिए एक जैसा नहीं होता; जो एक के लिए बेहतरीन है, वह दूसरे के लिए नहीं भी हो सकता।

अस्वीकरण: यह रिपोर्ट केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी आहार या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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